मुंबई, अप्रैल 2025: दुनिया की सबसे बड़ी वीडियो शेयरिंग साइट YouTube ने एक बड़ा ऐलान किया है, जो भारत के डिजिटल क्रिएटर इकोसिस्टम को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। YouTube के CEO नील मोहन ने गुरुवार को मुंबई में आयोजित World Audio Visual and Entertainment Summit (WAVES) में घोषणा की कि YouTube भारत में क्रिएटर्स, आर्टिस्ट्स और मीडिया कंपनियों को सशक्त बनाने के लिए ₹850 करोड़ से अधिक का निवेश करेगा।
WAVES में घोषणा, निवेश का उद्देश्य:
यह निवेश टूल्स, ट्रेनिंग, और इनिशिएटिव्स में किया जाएगा ताकि भारतीय क्रिएटर्स अपने दर्शकों तक और अधिक व्यापक रूप से पहुंच सकें और एक सस्टेनेबल रेवेन्यू मॉडल खड़ा कर सकें। नील मोहन ने कहा: “भारत सिर्फ़ फिल्म और म्यूज़िक का ग्लोबल लीडर नहीं है — ये अब तेज़ी से एक ‘Creator Nation’ बन रहा है।”
पिछले 3 साल में ₹21,000 करोड़ का भुगतान:
YouTube ने यह भी खुलासा किया कि पिछले तीन वर्षों में ₹21,000 करोड़ से अधिक की राशि भारतीय क्रिएटर्स, कलाकारों और मीडिया कंपनियों को दी जा चुकी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत में डिजिटल कंटेंट अब केवल रचनात्मकता का माध्यम नहीं रहा, बल्कि यह एक पूर्ण व्यवसाय बन चुका है।
YouTube पर भारत की भागीदारी:
- 100 मिलियन से अधिक चैनलों ने भारत से बीते वर्ष में कंटेंट अपलोड किया।
- उनमें से 15,000 से अधिक चैनलों ने 1 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स का आंकड़ा पार किया।
भारतीय कंटेंट ने 45 अरब घंटे की वॉच टाइम ग्लोबल व्यूअर्स से प्राप्त की — यानी भारत का कंटेंट अब सिर्फ देश तक सीमित नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर छा रहा है।
भारत: संस्कृति का डिजिटल निर्यातक
YouTube की यह पहल केवल भारत में डिजिटल इकोनॉमी को मज़बूत नहीं करेगी, बल्कि भारत की संस्कृति, विचार और कहानियों को वैश्विक मंच पर और मजबूत बनाएगी। नील मोहन ने कहा: “YouTube आज दुनिया के किसी भी क्रिएटर को, किसी भी दर्शक से जोड़ सकता है। और इस पावर को भारत ने सबसे प्रभावी तरीक़े से अपनाया है।”
“The New Age India” के लिए यह क्या मायने रखता है?
इस घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत अब सिर्फ़ डिजिटल कंटेंट का उपभोक्ता नहीं, बल्कि ग्लोबल क्रिएटिव इकोसिस्टम का एक बड़ा निर्माता बन गया है। छोटे शहरों, गाँवों, स्कूलों और घरों से अब यूट्यूब क्रिएटर्स निकल रहे हैं जो न केवल पैसा कमा रहे हैं, बल्कि अपनी कहानियों से दुनिया को प्रेरित कर रहे हैं। यह निवेश: युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा डिजिटल रोजगार के नए द्वार खोलेगा शिक्षा, संस्कृति और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देगा भारत को ‘Creative Economy’ की अगली राजधानी बना सकता है
निष्कर्ष: YouTube का ₹850 करोड़ का यह निवेश केवल एक आर्थिक कदम नहीं, बल्कि एक विचार है — भारत को डिजिटल युग में एक ‘Creator Nation’ बनाने का। जहाँ हर व्यक्ति, चाहे किसी भी पृष्ठभूमि से हो, अपने विचार, कहानी और हुनर को वैश्विक स्तर पर ले जा सकता है। The New Age India में अब पावर कैमरे या स्टूडियो की नहीं, क्रिएटिविटी और कनेक्शन की है। और YouTube इस बदलाव का सबसे बड़ा मंच बन चुका है।