भारत का प्रमुख हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप Porter एक बार फिर चर्चा में है। लंबे समय से चल रही अटकलों के बाद अब कंपनी ने अपनी Series F फंडिंग राउंड के पूरा होने की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। इस फंडिंग राउंड में Kedaara Capital और Wellington Management जैसे बड़े निवेशकों ने मुख्य भूमिका निभाई, जबकि मौजूदा निवेशक Vitruvian Partners ने भी इसमें भाग लिया।
फंडिंग का विवरण
हालांकि कंपनी ने इस राउंड की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह स्पष्ट किया है कि यह राउंड प्राइमरी और सेकेंडरी इन्वेस्टमेंट्स का मिश्रण है। पिछले महीने खबरें थीं कि यह राउंड $100 मिलियन (लगभग ₹830 करोड़) के आसपास हो सकता है, जो Porter के मूल्यांकन को $1.2 से $1.4 बिलियन के बीच पहुंचा सकता है। इससे पहले Porter ने अक्टूबर 2021 में Series E फंडिंग राउंड में करीब $100 मिलियन जुटाए थे, तब कंपनी का वैल्यूएशन $500 मिलियन था। इसका मतलब है कि सिर्फ दो सालों में कंपनी ने अपने वैल्यूएशन को दोगुना से भी ज्यादा कर लिया है — जो कि भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक बड़ी उपलब्धि है।
Porter क्या करता है?
Porter एक हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स प्लेटफ़ॉर्म है जो ग्राहकों को छोटे और मझोले व्यवसायों के लिए तेज़ और किफायती मालवाहन सेवाएं उपलब्ध कराता है। कंपनी की सेवाओं में: मिनी ट्रक, टू-व्हीलर लॉजिस्टिक्स पैकेज डिलीवरी एंड-टू-एंड सप्लाई चेन सॉल्यूशन्स शामिल हैं। Porter मुख्य रूप से छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, और D2C ब्रांड्स को उनके सामान की डिलीवरी में मदद करता है।
Porter की ग्रोथ जर्नी
Porter की शुरुआत 2014 में हुई थी और धीरे-धीरे यह भारत के प्रमुख मेट्रो शहरों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराता गया। महामारी के दौरान भी कंपनी ने लचीलापन दिखाया और आवश्यक सेवाओं की डिलीवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज, Porter की सेवाएं 15+ शहरों में फैली हुई हैं और यह लाखों ग्राहकों की जरूरतें पूरी कर रहा है। कंपनी के पास लाखों रजिस्टर्ड ड्राइवर-पार्टनर्स हैं, जो इसे भारत का एक विशाल लॉजिस्टिक्स नेटवर्क बनाते हैं।
कंपनी का बयान
Porter के एक प्रवक्ता ने कहा: “हम इस फंडिंग के जरिए अपनी टेक्नोलॉजी को और मजबूत करेंगे, नए शहरों में विस्तार करेंगे और अपने ड्राइवर-पार्टनर नेटवर्क को और सशक्त बनाएंगे। हमारा लक्ष्य है कि हम हर भारतीय व्यवसाय को भरोसेमंद और तेज़ लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान कर सकें।”’
Porter की नजर अब कहां है?
फंडिंग से मिले संसाधनों का उपयोग कंपनी: टेक्नोलॉजी अपग्रेड करने में, नए बाजारों में विस्तार करने में, और ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने में करेगी। इसके अलावा फुल-स्टैक लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन्स और स्मार्ट वेयरहाउसिंग की दिशा में भी काम कर सकता है।
The New Age India का नजरिया
Porter की कहानी सिर्फ एक स्टार्टअप की सफलता नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे भारतीय कंपनियाँ स्थानीय समस्याओं के लिए स्मार्ट समाधान देकर ग्लोबल स्टैंडर्ड पर खड़ी हो रही हैं। अब यूनिकॉर्न क्लब के बेहद करीब है और यह “The New Age India” के उन ब्रांड्स में से एक है जो भारत को आत्मनिर्भर और टेक्नोलॉजी-सक्षम बना रहे हैं।