महज 16 साल की उम्र में स्टार्टअप शुरू कर उसे ₹100 करोड़ की वैल्यूएशन तक ले जाना—यह कोई आम बात नहीं है। लेकिन प्रांजली अवस्थी ने यह कर दिखाया। टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रति उनके जुनून ने उन्हें Delv.AI की स्थापना करने के लिए प्रेरित किया, जो शोधकर्ताओं के लिए डेटा एक्सट्रैक्शन को आसान बनाने वाला एक AI-पावर्डप्लेटफॉर्महै।
7 साल की उम्र में कोडिंग सीखना शुरू किया
प्रांजली अवस्थी का सफर बेहद दिलचस्प और प्रेरणादायक है। उनका जन्म एक इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले परिवार में हुआ, जहां उनके पिता ने उन्हें शुरुआती वर्षों में ही कोडिंग की शिक्षा दी। महज 7 साल की उम्र में उन्होंने प्रोग्रामिंग सीखनी शुरू कर दी, जिससे उनका टेक्नोलॉजी के प्रति आकर्षण बढ़ता चला गया।
13 साल की उम्र में मशीनलर्निंग पर काम किया
जब ज्यादातर बच्चे स्कूल की पढ़ाई और खेल–कूद में व्यस्त रहते हैं, तब प्रांजली ने 13 साल की उम्र में फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप की। यहां उन्होंने मशीन लर्निंग से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम किया और शोधकर्ताओं को डेटा एक्सट्रैक्शन में होने वाली समस्याओं को करीब से देखा। इसी दौरान उन्हें एक ऐसा समाधान विकसित करने का विचार आया, जिससेशोधकर्ताओंकोआसानीहोसके।
16 साल की उम्र में Delv.AI कीस्थापना
जनवरी 2022 में, जब प्रांजली सिर्फ 16 साल की थीं, उन्होंने Delv.AI नामक स्टार्टअप की शुरुआत की। यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित प्लेटफॉर्म है, जोशोधकर्ताओंकेलिएडेटाएक्सट्रैक्शनकीप्रक्रियाकोतेजऔरकुशलबनाताहै।
₹100 करोड़ की वैल्यूएशन तक पहुंचा स्टार्टअप
Delv.AI की अनोखी टेक्नोलॉजी और उपयोगिता के कारण निवेशकों ने इसमें काफी दिलचस्पी दिखाई। स्टार्टअप ने शुरुआती दौर में ही $450,000 (करीब 3.75 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटा ली। मात्र एक साल के भीतर Delv.AI की वैल्यूएशन ₹100 करोड़ (लगभग $12 मिलियन) तक पहुंच गई।
प्रांजली अवस्थी की सफलता से मिली प्रेरणा
प्रांजली अवस्थी की यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि यदि जुनून, मेहनत और इनोवेशन हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। उन्होंने अपने दम पर एक ऐसा स्टार्टअप खड़ा किया, जो अब ग्लोबल स्तर पर पहचान बना रहा है। उनकी सफलता युवा उद्यमियों, महिलाओं और स्टार्टअप फाउंडर्स के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।