EtherealX: भारत का स्पेस टेक स्टार्टअप जो SpaceX को दे सकता है टक्कर

भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है, और अब एक बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप, EtherealX (EtherealX: India’s space tech startup ), इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है। पूर्व ISRO इंजीनियर शुभायु सरदार, मैकेनिकल इंजीनियर और IIAS साइंटिस्ट-एस्ट्रोनॉट ग्रेजुएट मनु जे. नायर, और एयरोस्पेस इंजीनियर प्रशांत शर्मा ने मिलकर इस स्टार्टअप की नींव रखी है। इनका मिशन है – अंतरिक्ष प्रक्षेपण (space launch) को पूरी तरह से पुन: प्रयुक्त (fully reusable) और किफायती बनाना। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए EtherealX ने भारत का सबसे शक्तिशाली निजी रॉकेट इंजन विकसित किया है, जो स्पेसएक्स के फाल्कन रॉकेट की तरह पूरी तरह से रीयूजेबल होगा।

भारत का सबसे पावरफुल प्राइवेट रॉकेट इंजन

स्पेस लॉन्चिंग वर्तमान में एक महंगी प्रक्रिया है, जिसमें लाखों डॉलर खर्च होते हैं। लेकिन EtherealX इस लागत को घटाकर स्पेस एक्सप्लोरेशन को किफायती बनाना चाहता है। Razor Crest Mk-1 नामक रॉकेट 24.8 टन पेलोड को लोअर अर्थ ऑर्बिट (LEO) में पहुंचाने की क्षमता रखता है। यह खास इसलिए है क्योंकि इसमें बूस्टर और अपर स्टेज दोनों पुन:प्रयुक्त होंगे। स्पेसएक्स के Falcon 9 जैसे पुन:प्रयुक्त (Reusable) डिज़ाइन पर आधारित
सैटेलाइट लॉन्च करने का समय घटाकर कुछ घंटों में संभव बनाना
बड़े मिशनों को सस्ती और प्रभावी लॉन्चिंग देना

EtherealX का उद्देश्य भारत को निजी स्पेस टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनाना है और इसीलिए उन्होंने एक बेहद उन्नत सेमी-क्रायोजेनिक इंजन तैयार किया है।

Pegasus TCA: भारत का पहला पुन:प्रयुक्त रॉकेट इंजन

इस मिशन को सफल बनाने के लिए EtherealX ने Pegasus Thrust Chamber Assemblies (TCA) नामक इंजन तैयार किया है। यह भारत का पहला रीयूजेबल (reusable) सेमी-क्रायोजेनिक रॉकेट इंजन होगा, जिसे Full Flow Segregated Cooling Cycle (FSCC) नामक अत्याधुनिक तकनीक से बनाया गया है।

  • 40 kN का ज़बरदस्त थ्रस्ट प्रदान करता है।
  • स्पेसिफिक इम्पल्स (Isp) 293 सेकंड तक, जो इसे दुनिया के सबसे प्रभावी सेमी-क्रायोजेनिक इंजनों में से एक बनाता है।
  • FSCC तकनीक इसे अधिक कुशल और लंबी उम्र वाला बनाती है।

इस इंजन का उद्देश्य सिर्फ सैटेलाइट लॉन्चिंग नहीं, बल्कि स्पेस मिशन को और भी प्रभावी बनाना है।

2026 में लॉन्च होगा पहला टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर

EtherealX सिर्फ एक विचार नहीं है, बल्कि 2026 तक अपने पहले टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर व्हीकल (TV) को लॉन्च करने की योजना बना रहा है।

  • 2026 तक पहला प्रायोगिक लॉन्च
  • रीयूजेबल टेक्नोलॉजी की क्षमताओं को साबित करना
  • $350 से $2,000 प्रति किलोग्राम की लागत पर लॉन्चिंग – मौजूदा लागत का एक अंश!
  • SpaceX और Blue Origin जैसी कंपनियों को चुनौती देने की तैयारी

अगर यह लॉन्च सफल रहा, तो भारत स्पेस लॉन्चिंग के क्षेत्र में अग्रणी देशों में शामिल हो जाएगा।

क्यों है EtherealX इतना खास?

  • स्पेस लॉन्चिंग की लागत घटाएगा – मौजूदा खर्च की तुलना में बेहद कम कीमत पर स्पेस मिशन संभव होंगे।
  • 100% पुन:प्रयुक्त तकनीक – जिससे ईंधन और निर्माण लागत कम होगी।
  • अत्याधुनिक इंजन तकनीक – Pegasus TCA इंजन से कुशल और तेज़ लॉन्चिंग संभव होगी।
  • भारतीय निजी स्पेस सेक्टर को मजबूती – यह स्टार्टअप ISRO के बाहर भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र को स्थापित करने में मदद करेगा।

भारत का नया स्पेसएक्स?

EtherealX की तकनीक और रणनीति को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि यह भारत का SpaceX बनने की पूरी क्षमता रखता है।
अगर 2026 का डेमोंस्ट्रेशन सफल रहता है, तो यह स्टार्टअप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में शामिल हो सकता है।
स्पेस टेक्नोलॉजी में भारत की स्थिति मजबूत होगी और भारत पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनेगा। EtherealX ने साबित कर दिया है कि अगर सही सोच, मेहनत और नवाचार साथ हो, तो भारत स्पेस इंडस्ट्री में भी दुनिया का लीडर बन सकता है। क्या भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अगला बड़ा कदम उठाने को तैयार है? EtherealX हमें जवाब देने के लिए तैयार है!

 

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