मुज़फ्फरपुर, बिहार की रामा कुमारी ने 2021 में अपनी रसोई से एक साधारण सी जिज्ञासा की शुरुआत की थी, और आज उनके Tulsi Spawn Lab ने सालाना 36 लाख रुपये का कारोबार हासिल किया है। एक गृहिणी से उद्यमिता की दिशा में अपने कदम बढ़ाते हुए, रामा कुमारी ने न सिर्फ अपने सपने को साकार किया, बल्कि उन्होंने अपने गांव में नये अवसरों के द्वार भी खोले हैं। यह एक प्रेरणा है, जो बताती है कि ठान लेने से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
एक साधारण शुरुआत
रामा कुमारी ने अपनी यात्रा की शुरुआत 2020 में की थी, जब महामारी के दौरान उनके मन में एक विचार आया। पुणे से वापस अपने घर मुज़फ्फरपुर लौटने के बाद, उन्हें महसूस हुआ कि यहां के बाजार में ताजे और गुणवत्तापूर्ण मशरूम की भारी कमी है। यह कमी उन्होंने अपनी चुनौती के रूप में लिया और फिर शुरू किया मशरूम की खेती का सफर। पहले तो रामा ने सिर्फ 1 किलो ऑइस्टर स्पॉन, 5 ग्रो बैग्स, और 12 किलो की छोटी फसल से शुरुआत की। लेकिन उन्हें जो आत्मविश्वास मिला, वह अब उन्हें इस क्षेत्र में बड़े कदम उठाने की प्रेरणा दे रहा था। कुछ ही समय में, उन्होंने बटन मशरूम की खेती में कदम रखा और मनोरा सिंह जैसे मशहूर विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लिया। इसके बाद, उन्होंने पहले सीजन में ही 40,000 रुपये का मुनाफा कमाया। यह उनकी मेहनत और उत्साह का परिणाम था, जिसने उन्हें और आगे बढ़ने का हौसला दिया।
Tulsi Spawn Lab का शानदार उदय
2022 में रामा ने और उनके पति ने मिलकर PUSA विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त किया और 16 लाख रुपये का निवेश किया। उन्होंने मुज़फ्फरपुर में पहला मशरूम स्पॉन लैब स्थापित किया, जो एक छोटे से 10×12 फीट कमरे में था। यह शुरुआत आसान नहीं थी, लेकिन रामा ने अपने जुनून और कड़ी मेहनत से इस व्यवसाय को आकार दिया। आज Tulsi Spawn Lab हर महीने 2 टन स्पॉन का उत्पादन करता है और 250-500 किलो मशरूम की फसल उगाता है। इसके अलावा, रामा न केवल मशरूम की खेती कर रही हैं, बल्कि वह क्षेत्रीय किसानों को भी मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दे रही हैं।
Tulsi Spawn Lab की सफलता की कहानी
Tulsi Spawn Lab का आज का स्थिति यह है कि यह न सिर्फ एक व्यवसाय बन चुका है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्र में सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया है। रामा की कहानी यह साबित करती है कि अपने जुनून का पीछा करने से कोई भी सफलता प्राप्त कर सकता है, चाहे वह कितनी भी कठिन हो। Tulsi Spawn Lab अब अपने उत्पादन में एक महत्वपूर्ण स्थान बना चुका है और इसने मुज़फ्फरपुर और आसपास के इलाकों में कई किसानों को सशक्त किया है। इसके अलावा, Tulsi Spawn Lab ने मशरूम की खेती को एक पेशेवर उद्योग में बदलने का काम किया है।
एक नया उदाहरण
राम कुमारी की यह यात्रा यह दिखाती है कि अगर आत्मविश्वास और संकल्प हो, तो कोई भी छोटा सा विचार बड़ा व्यवसाय बन सकता है। उनका उद्यम न केवल एक कृषि व्यापार है, बल्कि यह एक सामाजिक परिवर्तन का भी प्रतीक है, जिसने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने अपने अनुभव से यह साबित किया है कि कृषि क्षेत्र में इनोवेशन और सही मार्गदर्शन से कोई भी व्यवसाय सफल हो सकता है। उनकी सफलता की कहानी न केवल उन्हें, बल्कि हर महिला और किसान को प्रेरित करती है, जो किसी भी काम को शुरु करने का सोच रहे हैं।
राम कुमारी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर किसी के पास सही दृष्टिकोण, कड़ी मेहनत और समर्पण हो, तो वह किसी भी स्थिति में सफलता पा सकता है। उनकी यात्रा ने यह सिद्ध कर दिया कि एक छोटा सा कदम भी बड़े बदलाव का कारण बन सकता है। Tulsi Spawn Lab का मॉडल यह दिखाता है कि ग्रामीण उद्यमिता को न केवल व्यवसाय के रूप में देखा जा सकता है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन भी ला सकता है। रामा कुमारी की यह यात्रा हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को हकीकत में बदलने की कोशिश कर रहा है।