पंजाब के लुधियाना की रहने वाली नवनीत कौर ने सिर्फ 27 साल की उम्र में गुड़ के बाजार में बदलाव लाने की ठान ली। 2018 में, उन्होंने और उनके परिवार ने चीनी की जगह गुड़ को अपनाने का फैसला किया। लेकिन उन्हें जल्दी ही अहसास हुआ कि पिछले 50 वर्षों से इस उद्योग में कोई बड़ा नवाचार या कोई स्थापित ब्रांड नहीं था। नवनीत ने ठान लिया कि वह गुड़ की गुणवत्ता को बेहतर बनाएंगी और इसे एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प के रूप में लोकप्रिय करेंगी।
कॉर्पोरेट जॉब से गुड़ उद्योग तक का सफर
नवनीत कौर ने 2019 में IIM गाज़ियाबाद से मार्केटिंग में MBA पूरा किया और कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने लगीं। लेकिन उनके मन में हमेशा गुड़ के उत्पादन और बाज़ार को लेकर सवाल बने रहते थे। वह लगातार रिसर्च करती रहीं और गुड़ को बेहतर और आधुनिक तरीकों से बाजार में लाने के लिए प्रयोग करने लगीं। 2019 में, उन्होंने घर पर गुड़ से बने नए उत्पादों पर प्रयोग शुरू किए। उन्होंने ऐसे उत्पाद तैयार किए जो बाजार में पहले मौजूद नहीं थे, जैसे कि:
- मिल्क एनहांसर (गुड़ से बना दूध में डालने वाला पूरक)
- माउथ फ्रेशनर
- पराठों के लिए गुड़ की स्टफिंग
दही के साथ खाने के लिए गुड़ आधारित उत्पाद लेकिन इन प्रयोगों को बड़े पैमाने पर ले जाने के लिए उन्हें उचित उत्पादन सुविधाओं की जरूरत थी।
JaggerCane ब्रांड की शुरुआत
इस दौरान नवनीत की मुलाकात कौशल सिंह से हुई, जो 2016 से एक शुगर प्रोडक्शन फैक्ट्री चला रहे थे। दोनों ने मिलकर JaggerCane ब्रांड की नींव रखी। उनका लक्ष्य सिर्फ गुड़ बेचना नहीं था, बल्कि इसे एक इनोवेटिव और स्वस्थ उत्पाद के रूप में बाजार में स्थापित करना था। उन्होंने पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर मिट्टी की गुणवत्ता और pH स्तर की जांच शुरू की ताकि सबसे बेहतरीन गुणवत्ता का गुड़ तैयार किया जा सके।
ग्राहकों से फीडबैक और गुणवत्ता सुधार की पहल
2020 में, नवनीत और उनकी टीम ने लुधियाना में टेस्टिंग स्टॉल लगाए, ताकि वे ग्राहकों से सीधा फीडबैक ले सकें। इस पहल से उन्हें यह समझने में मदद मिली कि लोगों को उनके उत्पादों में सबसे ज्यादा क्या पसंद आ रहा है। सबसे ज्यादा पसंद किया गया उत्पाद था “कोकोनट क्रम्ब गुड़”, जिसने ग्राहकों को खूब आकर्षित किया। 2021 तक, नवनीत ने अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से JaggerCane ब्रांड को आगे बढ़ाने में जुट गईं।
किसानों के साथ साझेदारी और वैश्विक विस्तार
JaggerCane न केवल उपभोक्ताओं के लिए बल्कि किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ। * ब्रांड ने 22 किसानों के साथ साझेदारी की। * 200 एकड़ ज़मीन पर गन्ने की फसल को प्रोसेस किया जाता है। * किसानों को उनकी फसल का 10% ज्यादा दाम देकर उन्हें बेहतर आमदनी का मौका दिया गया। आज, JaggerCane गुड़ के वैश्विक बाजार में अपनी जगह बना चुका है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में JaggerCane की पकड़
JaggerCane की सफलता केवल भारत तक सीमित नहीं रही।
आज, यह ब्रांड UAE, कनाडा, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में गुड़ का निर्यात कर रहा है। अब तक, ब्रांड ने 1,90,000 किलोग्राम से अधिक गुड़ एक्सपोर्ट किया है और इसकी वार्षिक टर्नओवर ₹22 करोड़ तक पहुंच चुकी है।
JaggerCane: एक नई सोच, एक नई शुरुआत
JaggerCane केवल एक ब्रांड नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, पारंपरिक मिठास और भारतीय कृषि के उत्थान का प्रतीक बन चुका है। नवनीत कौर और कौशल सिंह की मेहनत ने यह साबित कर दिया कि अगर आप अपने विचारों और मेहनत पर विश्वास करते हैं, तो आप किसी भी पारंपरिक उद्योग में बदलाव ला सकते हैं। उनकी यह कहानी उन सभी युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा है जो अपने आइडिया को हकीकत में बदलना चाहते हैं।
नवनीत कौर की कहानी हमें यह सिखाती है कि बदलाव छोटे कदमों से शुरू होता है। उन्होंने केवल अपने परिवार के लिए चीनी की जगह गुड़ अपनाने का निर्णय लिया, लेकिन इस सोच ने पूरे उद्योग में नवाचार की लहर ला दी। JaggerCane की यह यात्रा बताती है कि अगर सोच नई हो, मेहनत सच्ची हो और लक्ष्य स्पष्ट हो, तो कोई भी सफलता हासिल की जा सकती है।